शनिवार, 17 अक्तूबर 2015

सपना केवल सपना नहीं होता

 

  

प्रस्तुति- स्वामी शरण

 

सपनों के बारे में ये 10 राज जानकर उड़ जाएंगी आपकी नींदें

ल्यूसिड ड्रीमर्स। कभी आपने इस टर्म के बारे में सुना है? ल्यूसिड ड्रीमर्स उन लोगों को कहते हैं जो मानते हैं कि उन्हें अपने सपनों पर पूरा कंट्रोल है। उनका मानना है कि सपने में वो जो देखना चाहें, वही देखते हैं और उससे किसी भी ओर घुमा देते हैं जहां वो चाहें। वो दावा करते हैं कि सपनों पर मास्टरी पाना संभव है और वक्त पर जब मन चाहे उससे लौट आना भी। वो सपनों में मन मुताबिक ही दीवारों से आर-पार हो जाते हैं। 
क्या आपको पता है कि नेत्रहीन लोग भी सपना देखते है? अब आप सोच रहे होंगे कि वो सपनों में देखते क्याहोंगे? वैज्ञानिक बताते हैं कि ऐसे लोग सुंगध-दुर्गंध, आवाज और तरंगों को आसानी से समझते हैं। वो तरंगों को भाव समझकर उन्हें ही सपनों में महसूस करते हैं। ये भी है कि वो लोग जो जन्मजात नेत्रहीन नहीं होते और बाद में हो जाते हैं, उन्हें नेत्र वाले लोगों जैसे ही सपने आते हैं। कहा जाता है नेत्रहीनों को नेत्र वाले लोगों से ज्यादा सपने आते हैं।
हम देखा गया 95 प्रतिशत सपना बिस्तर छोड़ते ही भूल जाते हैं। हम अपनी जिंदगी का एक तिहाई हिस्सा सोने में बिताते हैं और लड़कियों को लड़कों से ज्यादा सपने याद र‌हने के केसेज सामने आते हैं।
हम कभी सपने में ऐसे चेहरे नहीं देखते जिन्हें हमने कभी नहीं देखा हो। हमें ऐसा लगता है कि हमने किसी अंजान को सपने में देखा है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। स्टडीज बताती हैं कि कभी ना कभी किसी ना किसी स्थिति में आपने उस व्यक्ति को अपने सपने में देखा होता है, तभी वो सपने में आता है।
क्या आपको पता है कुछ लोग सपना सिर्फ ब्लैक एंड व्हाइट में देखते हैं? उन्हें सपनों में रंग-बिरंगे सपने नहीं आते। एक स्टडी में ये भी बताया गया कि वो लोग जो ब्लैक एंड व्हाइट में सपने देखते हैं वो अपना बचपना ब्लैक एंड व्हाइट टीवी के साथ बिताए होते हैं।
हमें ऐसा लगता था कि केवल सपने देखने के बाद लोग कुछ ना कुछ लिखते हैं और कविताएं भी। पर क्या आप जानते हैं कि कई बार सपनों ने कई आविष्कारों को भी जन्म भी दिया है। जैसे इलियास हौव ने सिलाई वाली मशीन का आविष्कार एक सपना देखने के बाद ही किया था।
कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो दावा करते हैं कि उन्हें कुछ अनहोनी होने से पहले ही उसका सपना आ जाता है। कुछ पहले से देखे गए सपनों में अब्राहम लिंकन को अपनी मौत का सपना शामिल है, 19 लोगों की ऐसी कहानियां हैं जिन्हें लगा था कि टाईटैनिक पक्का डूब जाएगा। ऐसे भी लोग हैं जो दावा करते हैं कि 9/11 के अटैक से पहले ही उसके ध्वसत होने का सपना आ गया था।
आप डीएमटी के बारे में जानते हैं? इसका पूरा नाम है ड्रीम ड्रग। ये एक ऐसी दवाई है जो काफी दुर्लभ है और जल्दी लोगों को हासिल नहीं होती। इस दवाई को खाने के बाद सपने देखने में आसानी होती है। खाने वाला व्यक्ति सपने बुनने में तेज हो जाता है। पर इसका दिमाग पर बुरा असर होता है।
सपने देखने वाले लोग सीखते हैं बहुत कुछ। स्टडीज साबित करती हैं कि जो लोग ज्यादा सपने देखते हैं वो जिंदगी को ऐहतियात के साथ जीते हैं। उसे बेहतर बनाने की पूरी कोशिश करते हैं।
ल्यूसिड ड्रीमर्स। कभी आपने इस टर्म के बारे में सुना है? ल्यूसिड ड्रीमर्स उन लोगों को कहते हैं जो मानते हैं कि उन्हें अपने सपनों पर पूरा कंट्रोल है। उनका मानना है कि सपने में वो जो देखना चाहें, वही देखते हैं और उससे किसी भी ओर घुमा देते हैं जहां वो चाहें। वो दावा करते हैं कि सपनों पर मास्टरी पाना संभव है और वक्त पर जब मन चाहे उससे लौट आना भी। वो सपनों में मन मुताबिक ही दीवारों से आर-पार हो जाते हैं। 
क्या आपको पता है कि नेत्रहीन लोग भी सपना देखते है? अब आप सोच रहे होंगे कि वो सपनों में देखते क्याहोंगे? वैज्ञानिक बताते हैं कि ऐसे लोग सुंगध-दुर्गंध, आवाज और तरंगों को आसानी से समझते हैं। वो तरंगों को भाव समझकर उन्हें ही सपनों में महसूस करते हैं। ये भी है कि वो लोग जो जन्मजात नेत्रहीन नहीं होते और बाद में हो जाते हैं, उन्हें नेत्र वाले लोगों जैसे ही सपने आते हैं। कहा जाता है नेत्रहीनों को नेत्र वाले लोगों से ज्यादा सपने आते हैं।
हम देखा गया 95 प्रतिशत सपना बिस्तर छोड़ते ही भूल जाते हैं। हम अपनी जिंदगी का एक तिहाई हिस्सा सोने में बिताते हैं और लड़कियों को लड़कों से ज्यादा सपने याद र‌हने के केसेज सामने आते हैं।
हम कभी सपने में ऐसे चेहरे नहीं देखते जिन्हें हमने कभी नहीं देखा हो। हमें ऐसा लगता है कि हमने किसी अंजान को सपने में देखा है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। स्टडीज बताती हैं कि कभी ना कभी किसी ना किसी स्थिति में आपने उस व्यक्ति को अपने सपने में देखा होता है, तभी वो सपने में आता है।
क्या आपको पता है कुछ लोग सपना सिर्फ ब्लैक एंड व्हाइट में देखते हैं? उन्हें सपनों में रंग-बिरंगे सपने नहीं आते। एक स्टडी में ये भी बताया गया कि वो लोग जो ब्लैक एंड व्हाइट में सपने देखते हैं वो अपना बचपना ब्लैक एंड व्हाइट टीवी के साथ बिताए होते हैं।
हमें ऐसा लगता था कि केवल सपने देखने के बाद लोग कुछ ना कुछ लिखते हैं और कविताएं भी। पर क्या आप जानते हैं कि कई बार सपनों ने कई आविष्कारों को भी जन्म भी दिया है। जैसे इलियास हौव ने सिलाई वाली मशीन का आविष्कार एक सपना देखने के बाद ही किया था।
कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जो दावा करते हैं कि उन्हें कुछ अनहोनी होने से पहले ही उसका सपना आ जाता है। कुछ पहले से देखे गए सपनों में अब्राहम लिंकन को अपनी मौत का सपना शामिल है, 19 लोगों की ऐसी कहानियां हैं जिन्हें लगा था कि टाईटैनिक पक्का डूब जाएगा। ऐसे भी लोग हैं जो दावा करते हैं कि 9/11 के अटैक से पहले ही उसके ध्वसत होने का सपना आ गया था।
आप डीएमटी के बारे में जानते हैं? इसका पूरा नाम है ड्रीम ड्रग। ये एक ऐसी दवाई है जो काफी दुर्लभ है और जल्दी लोगों को हासिल नहीं होती। इस दवाई को खाने के बाद सपने देखने में आसानी होती है। खाने वाला व्यक्ति सपने बुनने में तेज हो जाता है। पर इसका दिमाग पर बुरा असर होता है।
सपने देखने वाले लोग सीखते हैं बहुत कुछ। स्टडीज साबित करती हैं कि जो लोग ज्यादा सपने देखते हैं वो जिंदगी को ऐहतियात के साथ जीते हैं। उसे बेहतर बनाने की पूरी कोशिश करते हैं।

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