प्रस्तुति-- ममता शरण, मोनी सिन्हा
- चामुंडेश्वरी मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में किया गया था। यह मंदिर देवी दुर्गा की राक्षस महिषासुर पर विजय का प्रतीक है।
- मंदिर के मुख्य गर्भगृह में स्थापित देवी की प्रतिमा शुद्ध सोने की बनी हुई है।
- यह मंदिर द्रविड़ वास्तुकला का एक बहुत ही बेहतर नमूना है।
- चामुंडेश्वरी मंदिर की इमारत सात मंजिला है, जिसकी कुल ऊँचाई 40 मीटर है।
- मुख्य मंदिर के पीछे महाबलेश्वर को समर्पित एक छोटा-सा मंदिर भी है, जो लगभग एक हज़ार वर्ष से भी ज़्यादा पुराना है।
- पहाड़ी की चोटी से मैसूर का मनोरम दृश्य दिखाई पड़ता है।
- चामुंडी पहाड़ी के रास्ते में काले ग्रेनाइट के पत्थर से बने भगवान शिव के सेवक नन्दी के भी दर्शन होते हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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