शुक्रवार, 11 मार्च 2016

भारतीय पीएम की अब तक की विदेश यात्रा


 

 

 

1.नरेंद्र मोदी की भूटान यात्रा (16-17 जून )
-देश के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री ‘श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी’ ने अपने पहले विदेशी दौरे के रूप में 15-16 जून, 2014 को ‘भूटान’ की दो-दिवसीय राजकीय यात्रा संपन्न की|
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी दो-दिवसीय भूटान यात्रा के दौरान भूटान नरेश ‘जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक’ तथा भूटानी प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे से मुलाकात की।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जून, 2014 को भूटान की संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की प्रगति से उसके पड़ोसी देशों की प्रगति पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

-नरेंद्र मोदी ने भूटान के पूर्वी भाग के ‘त्रेशियांगत्से’ नामक स्थान पर 600 मेगावाट की ‘खोलोंगचु जलविद्युत परियोजना’ की नींव रखी जो भारत व भूटान के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों क्रमशः एसजेवीएनएल (SJVNL-भारत सरकार व हिमाचल प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम) तथा ड्रक ग्रीन पावर कॉर्पोरेशन के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
-इस दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों के मध्य जलविद्युत परियोजनाओं पर की जा रही पहल से मानवता को जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों से बचाया जा सकेगा तथा उन्होंने पनबिजली क्षेत्र के उत्पादन को दोनों देशों के मध्य 10,000 मेगावाट तक ले जाने के लक्ष्य को दोहराया।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास सहयोग के तहत भारत द्वारा बनाए गए भूटान के उच्चतम न्यायालय के भवन का उद्घाटन भी किया। इसके लिए भारत की ओर से भूटान को 793.54 मिलियन रुपये की सहायता राशि दी गई थी।
-यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ‘भारत के लिए भूटान एवं भूटान के लिए भारत’ (B4B) का नारा दिया
दोनों देशों ने व्यापार और निवेश बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। भारत ने दूध पाउडर, गेहूं, खाद्य तेल, दाल व गैर-बासमती चावल के निर्यात पर भूटान के लिए किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाने का निर्णय लिया है। इससे दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि की संभावनाएं हैं।
2.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्राज़ील यात्रा (13-16 जुलाई)
ब्राज़ील में हुआ छठा ब्रिक्स शिखर सम्मलेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय दौरा है|
यह ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ़्रीक़ा का संयुक्त मंच है|
इस यात्रा में मोदी ने पहली बार इन देशों के प्रमुखों से मुलाक़ात की| अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन ही उनकी दो महत्वपूर्ण बैठकें थी|
ब्राज़ील में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बैठक के लिए 40 मिनट का समय तय था लेकिन बैठक सवा घंटे से अधिक चली|
-इस बैठक की ख़ास बातें|
  • शी जिनपिंग ने सितंबर में भारत आने पर हामी भरी और मोदी ने चीन यात्रा का निमंत्रण स्वीकार किया|
  • जिनपिंग ने मोदी को एपेक की शिखर बैठक में आने का निमंत्रण दिया जिसे सरप्राइज़ माना जा रहा है क्योंकि 21 देशों के समूह का भारत सदस्य नहीं है|
  • मोदी ने इन्फ्रास्ट्रक्चर, इंड्रस्ट्रियल पार्क और पूंजी निवेश की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की|
  • भारत और चीन के प्रतिनिधि मंडल की बैठक
  • दोनों नेताओं ने सीमा विवाद, व्यापार असंतुलन जैसे जटिल मुद्दों पर भी बात की.
  • जिनपिंग ने माना कि भारतीय सर्विस सेक्टर चीन में अपना कारोबार और बढ़ा सकता है.
  • कैलास मानसरोवर की यात्रा के लिए नए रास्ते खोलने का अनुरोध मोदी ने किया.
  • साझा सांस्कृतिक विरासत और आतंकवाद को लेकर साझा चिंताओं पर चर्चा हुई. 
3.मोदी की नेपाल यात्रा (3-4 अगस्त)
  • भारत नेपाल को एक अरब डॉलर का लोन देगा। यह वर्तमान में जारी किसी भी लोन के अतिरिक्‍त होगा।
  • पंचेश्‍वर विकास प्राधिकरण की स्‍थापना की जाएगी और डीपीआर को एक वर्ष में अंतिम रूप दिया जाएगा।
  • भारत और नेपाल 45 दिनों में ऊर्जा व्‍यापार समझौते को करने पर सहमत हुए।
  • भारत महाकाली नदी पर वाहनों के आवागमन हेतु एक पुल के निर्माण में सहायता प्रदान करेगा।
  • प्रधानमंत्री ने पशुपतिनाथ मंदिर को 2500 किलोग्राम चंदन की लकड़ी भेंट करने की घोषणा की
  • पशुपतिनाथ विकास प्राधिकरण द्वारा शीघ्र ही एक धर्मशाला के निर्माण कार्य को प्रारंभ करने में
  • भारत मदद प्रदान करेगा। इसके लिए 25 करोड़ रूपए की सहायता प्रदान करेगा।
  • भारत, बौद्ध सर्किट के एक अंग के तौर पर जनकपुर-लुम्‍बनी के विकास में सहायता प्रदान करेगा।
  • नेपाली छात्रों की छात्रवृतियों को 180 से बढ़ाकर 250 किया गया है।
  • कृषि पर संयुक्‍त कार्यकारी समूह की शीघ्र बैठक होगी। भारत मिट्टी के परीक्षण में सहायता प्रदान
  • करेगा।
  • नेपाल ने भारत को आश्‍वासन दिया है कि नेपाली भूमि का किसी भी तरह से भारतीय हितों के खिलाफ उपयोग नहीं होने दिया जाएगा।
  • नेपाल और भारत के संबंधों की आधारशिला 1950 की द्विपक्षीय संधि हैं। भारत और नेपाल दोनों देश इस 1950 की द्विपक्षीय संधि की समीक्षा को तैयार हो गए हैं। संधि की समीक्षा की मांग नेपाल की ओर से उठाई गई जिसे इसके तहत कई लाभ हासिल होते हैं। वही भारत का ध्यान अपने सुरक्षा हितों पर रहेगा|
  • अपने विस्‍तृत राजनैतिक कार्यक्रम में, नेपाली नेताओं के साथ अपनी बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने उनसे अपील की ‘’दल के हित में मत सोचो, देश के हित में सोचो।

4.मोदी की जापान यात्रा (30 अगस्त -3 सितम्बर)
  • मोदी के दौरे के दौरान जापान ने अगले पांच सालों में भारत को विकास परियोजनाओं के लिए 35
  • अरब डॉलर देने का वादा किया। वहीं दोनों पक्षों ने रणनीतिक सहयोग नए स्तर तक ले जाने पर भी सहमति जताई।
  • जापान यात्रा के दौरान मोदी क्योटो और टोक्यो गए। मोदी ने इस दौरान जापानी प्रधानमंत्री शिंजो
  • आबे और देश के अन्य नेताओं से मुलाकात की।
  • मोदी की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें रक्षा आदान
  • प्रदान, स्वच्छ ऊर्जा में सहयोग, सड़क एवं राजमार्ग, स्वास्थ्य एवं महिला विषयक समझौते शामिल हैं।
इसके अलावा दोनों पक्षों ने संबंधों को नए स्तर पर ले जाने की प्रतिबद्धता भी जताई। जापान ने इसके साथ ही छह भारतीय संस्थाओं पर से प्रतिबंध हटा लिया, जिनमें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) भी शामिल है। यह प्रतिबंध 1998 में परमाणु परीक्षण के बाद लगाया गया था।
5.मोदी का अमरीकी दौरा (26-30 सितम्बर)

  • मोदी और ओबामा ने अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्‍ट के लिए संयुक्‍त संपादकीय लिखा।
  • न्‍यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क में मोदी जब एक रॉक शो में शामिल हुए थे तो इस मौके पर हॉलीवुड एक्‍टर ह्यूग जैकमैन भी मौजूद थे। दोनों गले मिलते और हंसी-ठठ्ठा करते दिखाई दिए।
  • नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी डिफेंस कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग का न्योता भी दिया है। साथ ही मोदी अमेरिका से तीन भारतीय शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने में मदद का वादा लेकर आ रहे हैं। लेकिन, जहां प्रधानमंत्री को सख्ती से अपनी बात रखनी थी वहां उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी।
  • उन्होंने कहा कि भारत डब्ल्यूटीओ में व्यापार सरलीकरण के मुद्दे का समर्थन करता है लेकिन खाद्य सुरक्षा का हल निकलना जरूरी है।
  • नरेंद्र मोदी ने ओबामा से भारतीय सर्विस कंपनियों के लिए अमेरिकी बाजार को खोलने का आग्रह
  • किया। उन्होंने आतंकवाद की चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की और आतंकवाद से लड़ाई में
  • इंटेलीजेंस में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनाई। 
  • अमेरिका भारत में 3 शहरों को स्मार्ट बनाने में मदद करेगा इसके तहत विशाखापट्टनम, इलाहाबाद,
  • अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने में मदद मिलेगी।
6.मोदी की म्यांमार यात्रा (11-13 नवंबर)
-2022 तक हर भारतीय को घर मुहैया कराने में अपने अनुभव का लाभ भारत को दे सकती हैं
मलयेशियाई कंपनियाँ|
-म्यांमार के राष्ट्रपति थियान सियान से करीब पैंतालीस मिनट चली मोदी की मुलाकात|
-भारत और म्यांमार के बीच सांस्कृतिक संबंधों का पुराना इतिहास, दोनों ने इस पर जोर डाला|
-कनेक्टिविटी, कल्चरल कांटैक्ट और कामर्शियल संबंध बढ़ाने पर जोर|
-इंफाल और मांडले के बीच बस सेवा शुरु करने पर गंभीरता से विचार|
-भारत, म्यांमार और थाइलैंड के बीच बनने वाले हाईवे के काम में तेजी लाने की कोशिश होगी|
-भारत और म्यांमार के बीच व्यापार बढ़ाने पर जोर. अभी तक होता है महज दो बिलियन डालर का द्विपक्षीय कारोबार|
-भारत म्यांमार के एसईजेड में भी निवेश करने की संभावना तलाशेगा|
-तेल और प्राकृतिक गैस के उद्यमों में भी भारत करेगा निवेश|
7.मोदी की ऑस्ट्रेलिया यात्रा (14-18 नवंबर)
-ऑस्ट्रेलियाई सीईओ से मिले
मोदी ने एमसीजी पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने से पहले मेलबर्न में कई कंपनियों के
ऑस्ट्रेलियाई सीईओ से मुलाकात की और एजुकेशन, सर्विस, एनर्जी, बैंकिंग और आईटी जैसे मसलों पर चर्चा की।
-पांच समझौतों पर दस्तखत
-संसद में भाषण देने से पहले टोनी एबॉट और मोदी के बीच द्विपक्षीय शिखर वार्ता हुई। दोनों के
बीच पांच समझौतों पर सहमति बनी। इसमें सामाजिक सुरक्षा, कैदियों की अदला-बदली, नशीले पदार्थों के व्यापार पर लगाम लगाने, पर्यटन व कला-संस्कृति को आगे बढ़ाने से जुड़े समझौते हुए। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने भारत को यूरेनियम निर्यात करने पर भी सहमति दी।
-पीआइओ कार्ड वालों को आजीवन वीजा। 8-9 जनवरी को अहमदाबाद में प्रवासी भारतीय दिवस है। मैं भरोसा देता हूं कि अब ऑस्ट्रेलिया वालों को वीजा ऑन अराइवल सुविधा मिलेगी। फरवरी तक
-सिडनी में कल्चरल सेंटर भी बनेगा।
8.मोदी की फिजी यात्रा (19 नवंबर)
-सात करोड़ का डॉलर का कर्ज
मोदी ने फिजी में पावर प्लांट लगाने के लिए सात करोड़ डॉलर का ऋण देने, छोटे कारोबारियों और ग्रामीण उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए 50 लाख डॉलर देने समेत कई घोषणाएं की।
-अन्य आइलैंड के नेताओं से की बात
मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान फिजी के प्रधानमंत्री जोसियाह वी. बैनीमारमा और कुक द्वीप समूह, टोंगा गणराज्य, तुवालू, नाऊरू गणराज्य, किरीबाती गणराज्य, वानुआतू, सोलोमन द्वीप समूह और समोआ समेत कई प्रशांत द्वीपीय देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने में प्रशांत द्वीपीय देशों को तकनीकी मदद एवं प्रशिक्षण देने के लिए 10 लाख डॉलर का कोष स्थापित करने की भी घोषणा की।

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