प्रस्तुति- रिद्धि सिन्हा नुपूर
अंतरजाल (इंटरनेट), एक दूसरे से जुड़े संगणकों का एक विशाल विश्व-व्यापी नेटवर्क या जाल है। इसमे कई संगठनो, विश्वविद्यालयो, आदि के सरकारी और निजी संगणक जुडे हुए है। अंतरजाल से जुडे हुए संगणक आपस मे अंतरजाल नियमावली (Internet Protocol) के जरिए सूचना का आदान-प्रदान करते है। अंतरजाल के जरिए मिलने वाली सूचना और सेवाओ मे अंतरजाल पृष्ठ, ईमेल और बातचीत सेवा प्रमुख है। इनके साथ-साथ चलचित्र, संगीत, विडियो के इलेक्ट्रनिक स्वरुप का आदान-प्रदान भी अंतरजाल के जरिए होता है।
अनुक्रम
1 संक्षिप्त इतिहास
2 भारत में इंटरनेट
3 इस्टोनिया में इंटरनेट
4 अमेरिका में इंटरनेट
5 जर्मनी में इंटरनेट
6 इटली में इंटरनेट
7 फिलीपींस में इंटरनेट
8 ब्रिटेन में इंटरनेट
9 हंगरी में इंटरनेट
10 ऑस्ट्रेलिया में इंटरनेट
11 अर्जेंटीना में इंटरनेट
12 दक्षिण-अफ्रीका में इंटरनेट
13 जापान में इंटरनेट
14 ब्राजील में इंटरनेट
15 तुर्केमेनिस्तान में इंटरनेट
16 सबसे तेज इंटरनेट स्पीड दक्षिण कोरिया में
17 अंतरजाल शब्दावली
18 बाहरी कड़ियाँ
19 सन्दर्भ
संक्षिप्त इतिहास
मुख्य लेख : अन्तरजाल का इतिहास
1969 इंटरनेट अमेरिकी रक्षा विभाग के द्वारा UCLA के तथा स्टैनफोर्ड अनुसंधान संस्थान कंप्यूटर्स का नेटवर्किंग करके इंटरनेट की संरचना की गई।
1979' ब्रिटिश डाकघर पहला अंतरराष्ट्रीय कंप्यूटर नेटवर्क बना कर नये प्रौद्योगिकी का उपयोग करना आरम्भ किया।
1980 बिल गेट्स का आईबीएम के कंप्यूटर्स पर एक माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम लगाने के लिए सौदा हुआ।
1984 एप्पल ने पहली बार फ़ाइलों और फ़ोल्डरों, ड्रॉप डाउन मेनू, माउस, ग्राफिक्स का प्रयोग आदि से युक्त "आधुनिक सफल कम्प्यूटर" लांच किया।
1989 टिम बेर्नर ली ने इंटरनेट पर संचार को सरल बनाने के लिए ब्राउज़रों, पन्नों और लिंक का उपयोग कर के वर्ल्ड वाइड वेब बनाया।
1996 गूगल ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक अनुसंधान परियोजना शुरू किया जो कि दो साल बाद औपचारिक रूप से काम करने लगा।
2009 डॉ स्टीफन वोल्फरैम ने "वोल्फरैम अल्फा" लांच किया
भारत में इंटरनेट
भारत में अंतरजाल 80 के दशक मे आया, जब एर्नेट (Educational & Research Network) को सरकार, इलेक्ट्रानिक्स विभाग और संयुक्त राष्ट्र उन्नति कार्यक्रम (UNDP) की ओर से प्रोत्साहन मिला|सामान्य उपयोग के लिये जाल 15 अगस्त 1995 से उपलब्ध हुआ, जब विदेश सचांर निगम सीमित (VSNL) ने गेटवे सर्विस शुरू की। भारत दुनिया के उन चंद देशों में शामिल है जहां इंटरनेट के बंद होने की सबसे ज्यादा संभावना है। हाल में आई एक रिपोर्ट ने एक बार फिर भविष्य में हमारे यहां इंटरनेट बंद हो जाने की बात को पुख्ता किया है। इसकी मुख्य वजह भारत में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ग्लोबल आईएसपी) की संख्या घटती हुई संख्या है।[1] भारत मे इंटरनेट यूजर्स की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। यहां 121 मिलियन लोगों तक इंटरनेट की पहुंच हो चुकी है, जो कि कुल जनसंख्य का करीब 10 फीसदी है। दुनिया के सभी इंटरनेट यूजर्स देश में भारत कर हिस्सा 3 फीसदी है। यूज के मामले में भारत में इंटरनेट का यूज सबसे ज्यादा पोर्न फिल्में देखने के लिए किया जाता है।[कृपया उद्धरण जोड़ें] साथ ही इंटरनेट का यूज व्यक्तिगत जरूरतों जैसे बैंकिंग, ट्रेन इंफॉर्मेशन-रिजर्वेशन और अन्य सेवाओं के लिए भी होता है।
इस्टोनिया में इंटरनेट
यहां पूरे देश में वायरलेस इंटरनेट (वाई फाई) की एक्सेस है। चाहे आप एयरपोर्ट में हो या समुद्रतट या जंगल में, हर जगह इंटरनेट की पहुंच है। यहां एक्सेस भी फ्री है। इस्टोनिया में 25 फीसदी वोटिंग ऑनलाइन होती है। यहां पैरेंट्स अपने बच्चों की स्कूल की डेली एक्टीविटी, टेस्ट के नंबर और होमवर्क को ऑनलाइन देख सकते हैं। यहां एक बिजनेस ऑनलाइन सेटअप तैयार करने में महज १८ मिनट का समय लगता है। इस्टोनिया में 993,785 इंटरनेट यूजर हैं, जो कि इस देश की पूरी आबादी का लगभग 78 फीसदी है। यहां की जनसंख्या 1, 274,709 है। इस्टोनिया में इंटरनेट पर सबसे अधिक फ्रीडम है।[1]
उपयोग: अधिकतर उपयोग ई कमर्स और ई-गवर्नमेंट सेवाओं के लिए होता है। यहां प्रेस और ब्लागर ऑनलाइन कुछ भी कहने के लिए फ्री हैं। इस्टोनिया ने अमेरिका को पीछे कर दूसरे स्थान पर छोड़ा है। यह छोटा सा देश तकनीकी तौर पर पॉवर हाउस बन गया है। यहां ऑन लाइन वोटिंग, इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस हैं। ब्रांडबैंड से अधिकतर सुसज्जित यह देश डिजिटल वर्ल्ड का एक मिथक बन कर उभरा है।[1]
अमेरिका में इंटरनेट
अमेरिका की जनसंख्या 313 मिलियन हैं, जहां 245 मिलियन लोग इंटरनेट के यूजर हैं। यहां पर इंटरनेट की पहुंच 78 फीसदी है और इस देश के लोग विश्व की 11 फीसदी आबादी इंटरनेट के यूजर के तौर पर शामिल हैं। इस्टोनिया के बाद इंटरनेट पर सबसे अधिक फ्रीडम अमेरिका, जर्मन, ऑस्ट्रेलिया, हंगरी, इटली और फिलीपींस है। यह देश दुनिया के अन्य देशों की तुलना में इंटरनेट पर अधिक फ्रीडम देना है। यहां पर कांग्रेसनल बिल का विरोध कर रही हैं, जिसका इरादा प्राइवेसी और नॉन अमेरिकी वेबसाइट होस्टिंग को लेकर है। आधे से अधिक अमेरिकी इंटरनेट पर टीवी देखते हैं। यहां पर मोबाइल पर इंटरनेट का उपयोग हेल्थ, ऑन लाइन बैंकिंग, बिलों का पेमेंट और सेवाओं के लिए करते हैं।[1]
जर्मनी में इंटरनेट
जर्मनी में इंटरनेट का उपयोग सबसे अधिक सोशल मीडिया के उपयोग के लिए किया जा रहा है। वहीं अब अपनी अन्य जरूरतों, बैंकिग, पर्सनल वर्क आदि के लिए भी किया जा रहा है। पिछले पांच वर्षो में जर्मनी में ब्राडबैंड सेवाएं काफी सस्ती उपलब्ध हो रही हैं। इसके रेट इसकी स्पीड आदि पर निर्भर करती है। यहां पर इंटरनेट से टीवी और टेलीफोन सेवाएं भी एक साथ मिलती हैं। यहां की 73 फीसदी आबादी के घरों तक इंटनेट की पहुंच उपलब्ध है। जर्मनी के स्कूलों में छात्रों को फ्री में कंप्यूटर और इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। जर्मनी में 93 फीसदी यूजर के पास डीएलएस कनेक्शन है। जर्मनी की आबादी 81 मिलियन डॉलर है और 67 मिलियन इंटनेट यूजर हैं। यहां 83 फीसदी इंटनेट की एक्सेस है और विश्व के इंटरनेट यूजर की संख्या में यहां के लोगों की तीन फीसदी हिस्सेदारी है।[1]
इटली में इंटरनेट
इटली में इंटरनेट तक 58.7 फीसदी लोगों की पहुंच है। यहां 35,800,000 लोग इंटरनेट के यूजर हैं। यहां 78 फीसदी लोग ईमेल भेजने और पाने के लिए इंटरनेट का प्रयोग किया जाता है। इसके दूसरे नंबर पर 67.7 फीसदी यूजर ने नॉलेज के लिए और 62 फीसदी यूजर ने गुड्स एंड सर्विसेज के लिए किया है। एक सर्वे के अनुसार 34.1 मिलियर मोबाइल यूजर ने इंटरनेट को एक्सेस किया। इटली में इंटनेट (6 एमबीपीज, अनलिमिटेड डाटा केबिल्स/ एडीएसएल) 25 यूरो डॉलर में प्रतिमाह के रेट से उपलब्ध है।[1]
फिलीपींस में इंटरनेट
फिलीपींस में 10 लोगों में से केवल तीन लोगों तक ही इंटरनेट की पहुंच है। हालाकि इस देश का दावा है कि यह सोशल मीडिया के लिए विश्व का एक बड़ा सेंटर है। फिलीपींस में यूजर को इंटरनेट पर सबसे अधिक स्वतंत्रता मिली हुई है। यहां के लोग बिना किसी बाधा के इंटरनेट का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं। फिलीपींस की कुल जनसंख्या (2011 के अनुसार) 1,660,992 है। इसमें में 32.4 फीसदी लोगों तक इंटनेट की पहुंच है। फिलीपींस के इंटरनेट यूजर की संख्या 33,600,000 हैं। यहां पर लोग सबसे अधिक इंटरनेट का उपयोग सोशल मीडिया के लिए करते हैं।[1]
ब्रिटेन में इंटरनेट
ब्रिटेन की आबादी लगभग 63 मिलियन है और यहां पर लगभग 53 मिलियन इंटरनेट यूजर है। इंटरनेट की एक्सेस 84 फीसदी लोगों तक है, जो विश्व के कुल यूजर की संख्या का दो फीसदी हैं। यहां पर उच्च स्तर पर इंटरनेट पर अभिव्यक्ति की स्वातंत्रता मिली हुई है। लेकिन हाल के वर्षो में सोशल मीडिया ट्विटर और फेसबुक पर लगाए आंशिक प्रतिबंध ने इंटरनेट पर पूर्ण स्वतंत्रता वाले देश की श्रेणी से बाहर कर दिया है। यहां पर इन सोशल मीडिया के सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। यूके में 86 फीसदी इंटरनेट यूजर वीडियो साइट्स पर विजिट कर करती है। यहां 240 मियिलयन घंटे यूजर ऑन लाइन वीडियो कंटेंट देखते हैं। गूगल के बाद यहां यू ट्यूब और फेसबुक पर विजिट करते हैं।[1]
हंगरी में इंटरनेट
हंगरी में 59 फीसदी लोग इंटरनेट के यूजर हैं। पिछले 1990 से डायल अप कनेक्शनों की संख्या बढ़ी है। यहां वर्ष 2000 से ब्राडबैंड कनेक्शनों की संख्या में काफी तेजी आई। यहां 6,516,627 इंटरनेट यूजर हैं। यहां के यूजर अधिकतर कॉमर्शियल और मार्केटिंग मैसेज के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं।[1]
ऑस्ट्रेलिया में इंटरनेट
ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या : 22,015, 576 है, जिसमें से 19, 554,832 इंटरनेट यूजर हैं। ऑस्ट्रेलिया में इंटरनेट पर ऑनलाइन कंटेट में यूजर को काफी हद तक स्वतंत्रता मिली हुई है। वह सभी राजनीतिक, सोसाइटल डिस्कोर्स, ह्यूमन राइट के उल्लंघर आदि की जानकारी हासिल कर लेता है। ऑस्ट्रेलिया में इंटरनेट की उपलब्धता दर 79 फीसदी है। ऑस्ट्रेलिया के लोग अपने घरों से कई काम अपने मोबाइल पर कर लेते हैं।[1]
अर्जेंटीना में इंटरनेट
अर्जेंटीना में पहली बार 1990 में इंटरनेट का उपयोग वाणिज्यक उपयोग के लिए शुरू किया गया था, हालाकि पहले इस पर एकेडमिक दृष्टिकोण से फोकस किया जा रहा था। दक्षिणी अमेरिका का यह अब सबसे बड़ा इंटनेट का उपयोग करने वाला देश है। यहां की अनुमानित जनसंख्या 42,192,492 है, जिसमें 28,000, 000 लोग इंटरनेट यूजर हैं। यह कुल संख्या के लगभग 66.4 फीसदी है। यहां 20,048,100 लोग फेसबुक पर हैं।[1]
दक्षिण-अफ्रीका में इंटरनेट
दक्षिण-अफ्रीका में पहली इंटनेट कनेक्शन 1998 में शुरू किया गया था। इसके बाद इंटरनेट का कार्मिशियल उपयोग 1993 से शुरू हुआ। अफ्रीका महाद्वीप में विकास की तुलना में दक्षिण अफ्रीका 13 वां सबसे अधिक इंटनेट की एक्सेस वाला देश है। इंटरनेट के उपयोग के मामले में यह देश अफ्रीका के अन्य देशों से कही आगे है। एक अनुमान के अनुसार यहां की जनसंख्या 48,810,427 है, जिनमें से 8,500,000 इंटरनेट यूजर हैं।[1]
जापान में इंटरनेट
जापान में इंटरनेट का उपयोग अधिकतर ब्लागर के लिए करते हैं। जापान के कल्चर में ब्लॉग बड़ा रोल अदा करते हैं। औसतन जापना का एक यूजर 62.6 मिनट अपने समय का उपयोग ब्लॉग पर करता है। इसके बाद दक्षिण कोरिया के यूजर हैं, जो 49.6 मिनट और तीसरे स्थान पर पोलैंड के यूजर हैं, जो 47.7 मिनट अपना वक्त ब्लांग पर देते हैं।[1]
ब्राजील में इंटरनेट
यहां 42 फीसदी लोग हर दिन सोशल मीडिया के लिए इंटरनेट का उपयोग रकते हैं। 18 से 24 साल आयुवर्ग के युवा सबसे अधिक इंटनेट का उपयोग कर रहे हैं। मैट्रोपोलिटन शहरों में इंटरनेट का उपयोग टीवी देखने के लिए बहुत अधिक हो रहा है।[1]
तुर्केमेनिस्तान में इंटरनेट
दुनिया में इंटरनेट की सेवा सबसे अधिक महंगी तुर्केमेनिस्तान में है। यहां अनलिमिटेड इंटनेट एक्सेस के लिए डॉलर की दर से 2048 है, जो एक माह में 6,821.01 डॉलर तक पहुंच जाती है। यहां सबसे सस्ती इंटरनेट सेवा 43.12 डॉलर प्रति माह में यूजर को 2 जीबी 64 केबीपीएस सीमित है। जबकि रूस में हाई स्पीड अनलिमिटेड इंटरनेट लगभग 20 डॉलर प्रति माह है।[1]
सबसे तेज इंटरनेट स्पीड दक्षिण कोरिया में
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेट की स्पीड तेज होने पर एक परिवार साल भर में इंटरनेट पर होने वाले खर्च में से करीब 5 लाख रुपये बचा सकता है। इसमें सबसे ज्यादा पैसा एंटरटेनमेंट, ऑन लाइन डील, डेली सर्च और ट्रैवल में इस्तेमाल होने वाले इंटरनेट के रूप में बचा सकता है। औसत वर्ल्ड वाइड डाउनलोड स्पीड ५८क् किलोबाइट प्रति सेकंड है। दक्षिण कोरिया में सबसे अधिक इंटरनेट की औसत स्पीड सबसे तेज है। यहां की स्पीड 2202 केबीपीएस है। पूर्वी यूरोपीय देश रोमानिया दूसरे स्थान पर 1909 और बुल्गारिया तीसरे स्थान पर 1611 केबीपीएस के साथ है। स्पीड के मामले में हांगकांग में इंटरनेट की औसत पीक स्पीड 49 एमबीपीएस है। जबकि अमेरिका में 28 एमबीपीएस है। हालाकि अमेरिका विश्व का सबसे अधिक इंटरनेट से जुड़ा हुआ देश है।[1]
अंतरजाल शब्दावली
आपरानेट
अटैचमेन्ट या अनुलग्नक, यह एक ऎसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी भी प्रकार की फ़ाइल मेल संदेश के साथ जोडकर इंटरनेट के माध्यम से किसी को भी भेजी या प्राप्त की जा सकती है।
आस्की (ASCII), इसका अर्थ "अमेरिकन स्टैण्डर्ड कोड फ़ोर इंफ़र्मेशन इंटरचेंज"है। यह नोटपेड मे सुरक्षित किये जाने वाले टेक्स्ट का बॉयडिफ़ाल्ट फ़ार्मेट है यदि आप नोटपेड मे किसी टेक्स्ट को प्राप्त कर रहे है तो वह फ़ार्मेट ASCII है।
ऑटो कम्प्लीट, यह सुविधा ब्राउसर के एड्रेस बार मे होती है। इसके शुरू मे कुछ डाटा टाइप करते ही URL पूर्ण हो जाता है। इसके लिये जरूरी है कि वह URL पहले प्रयोग किया गया हो।
एंटी वाइरस प्रोग्राम, इस प्रोग्राम मे कम्प्यूटर की मेमोरी या संगणक संचिका मे छुपे हुए वाइरस को ढूंढ निकालने या सम्भव हो तो, नष्ट करने की क्षमता होती है।
बैंडविड्थ, इसके द्वारा इंटरनेट की स्पीड नापी जाती है। बैंडविड्थ जितनी अधिक होगी, इंटरनेट की स्पीड उतनी ही ज्यादा होगी।
ब्राउसर, वर्ल्ड वाइड वेब पर सूचना प्राप्त करने मे मददगार सॉफ्टवेयर को ब्राउसर कहते है।नेटस्केप नेवीगेटर और इंटरनेट एक्सप्लोरर सर्वाधिक प्रचलित ब्राउसर है।यह एक ऎसा सॉफ्टवेयर होता है जो HTML और उससे संबंधित प्रोग्राम को पढ सकता है।
बुकमार्क, ब्राउसर मे स्थित विशेष लिंक, जो किसी विशेष सेक्शन मे लिंक बनाने में मदद करता है। इंटरनेट एक्सप्लोरर मे यह फ़ेवरेट कहलाता है।
केशे या टेम्परेरी इंटरनेट एक्सप्लोरर, सर्फ़िंग के दॊरान वेब पेज और उससे संबंधिंत चित्र एक अस्थायी भन्डार मे ट्रांसफ़र हो जाते है।येह तब तक नही हटते है, जब तक इन्हे हटाया न जाये या ये रिपलेस न हो जाये|एक ही वेबसाइट पर जाना उतना ही आसान होता है, क्योंकि समान कंटेंट डाउनलोड की आवश्यकता नही होती|यदि आप अलग -अलग साइटस पर विजिट कर रहे हो तो ये फ़ाइल आपकी स्पीड कम कर देती है।
कुकी, यह वेब सर्वर द्वारा भेजा गया डेटा होता है, जिसे ब्राउसर द्वारा सर्फर के कम्प्यूटर मे एक संचिका मे स्टोर कर लिया जाता है।
डिमोड्यूलेशन, मोडेम से प्राप्त ऎनालॉग डेटा को डिजिटल डेटा मे बदलने की प्रक्रिया डिमोड्यूलेशन कहलाती है।
डाउनलोड, किसी संचिका को वर्ल्ड वाइड वेब से कॉपी करने की प्रक्रिया डॉउनलोड कहलाती है।
क्षेत्रीय नाम पंजीकरण, किसी भी कम्पनी को अपनी विशिष्ट पहचान कायम रखने के लिये अपनी कम्पनी का नाम पंजीकरण करवाना होता है।यह प्रक्रिया इंटरनेट सर्विस प्रोवाडर की देख-रेख मे चलती है।
ई-कॉमर्स, इंटरनेट पर व्यापारिक लेखा-जोखा रख्नने की प्रक्रिया और नेट पर ही ख्ररीदी -बिक्री की प्रक्रिया ई-कॉमर्स कहलाती है।
होम-पेज, वेब ब्राउसर से किसी साइट को ओपन करते ही जो पृष्ट सामने खुलता है वह उसका होम पेज कहलाता है।
FAQ (frequently asked question), वेबसाइट पर किसी खास विषय से जुडे 0
.',;l,l,l,;lप्रश्न |वेब साइट पर faq के माध्यम से प्रश्न भी भेजे जा सकते है।
डायल-अप कनेक्शन, एक कम्प्यूटर से मोडेम द्वारा इंटरनेट से जुडे किसी अन्य कम्प्यूटर से स्टेण्डर्ड फोन लाइन पर कनेक्शन को डायल अप कनेक्शन कहते है।
डायल-अप नेटवर्किंग, किसी पर्सनल कम्प्यूटर को किसी अन्य पर्सनल कम्प्यूटर पर, LAN और इंटरनेट से जोडने वाले प्रोग्राम को डायल अप नेटवर्किंग कहते है।
डायरेक्ट कनेक्शन, किसी कम्प्यूटर या LAN और इंटरनेट के बीच स्थायी सम्पर्क को डायरेक्ट कनेक्शन कहा जाता है। यदि फोन कनेक्शन कम्पनी से टेलीफोन कनेक्शन लीज पर लिया जाता है, तो उसे लीज्ड लाइन कनेक्शन कहते है।
संचिका; HTML (हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लेंग्वेज) वर्ल्ड वाइड वेब पर डाक्यूमेंट के लिये प्रयोग होने वाली मानक मार्कअप भाषा|HTML भाषा टैग का उपयोग करता है।
HTTP (हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकाल), वर्ल्ड वाइड वेब पर सर्वर से किसी यूजर तक दस्तावेजो को ट्रांसफर करने वाला कम्यूनिकेशन प्रोटोकाल HTTP कहलाता है।
बाहरी कड़ियाँ
कंप्यूटर नेटवर्क के क्षेत्र में क्रांति : इंटरनेट - विजयकुमार मल्होत्रा
भारत मे निजी आई। एस.पी. (अंग्रेजी में)
सन्दर्भ
"इंटरनेट, अमेरिकी देखते हैं लाइव टीवी". दैनिक भास्कर. 21 मार्च 2013. अभिगमन तिथि: 29 जून 2013.
प्रस्तुति-- गुड्डू यादव , वर्धा
अंतरजाल
(इंटरनेट), एक दूसरे से जुड़े संगणकों का एक विशाल विश्व-व्यापी नेटवर्क
या जाल है। इसमे कई संगठनो, विश्वविद्यालयो, आदि के सरकारी और निजी संगणक
जुडे हुए है। अंतरजाल से जुडे हुए संगणक आपस मे अंतरजाल नियमावली (Internet
Protocol) के जरिए सूचना का आदान-प्रदान करते है। अंतरजाल के जरिए मिलने
वाली सूच…
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