रविवार, 4 अप्रैल 2021

दूर हटो ये दुनियावालो...

 KAVI प्रदीप /Died: 11 December 1998, 

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1943 में फ़िल्म 'क़िस्मत' के लिए पिताजी के लिखे गीत 'दूरो हटो ऐ दुनियावालों...' के कारण ब्रितानी सरकार ने उनके ख़िलाफ़ वारंट जारी किया था जिसके चलते वो कई दिनों तक भूमिगत भी रहे यह गीत इस क़दर लोकप्रिय हुआ कि सिनेमा में दर्शक इसे बार-बार सुनने की मांग करते थे और फ़िल्म की समाप्ति पर इस गीत को सिनेमा हॉल में दोबारा सुनाया जाने लगा था फ़िल्म 'बंधन' (1940) में लिखा उनका गीत ‘चल चल रे नौजवान’ राष्ट्रीय गीत बना. सिंध और पंजाब की विधानसभा ने इस गीत को राष्ट्रीय गीत की मान्यता दी और ये गीत वहां की विधानसभा में गाया जाने लगा एक हैरान करने वाला तथ्य यह है कि 71 फ़िल्मों और 1700 गाने देने वाले कवि प्रदीप को आज तक पद्म भूषण, पद्मश्री या भारत रत्न जैसी कोई उपाधि नहीं मिली है

उन्हें दादा साहब फाल्के अवॉर्ड ज़रूर दिया गया लेकिन इसके अलावा उनके खाते में एक भी पुरस्कार नहीं हैं प्रेम और देश-भक्ति से भरी भावनाओं को सुंदर शब्दों में पिरोकर लोगों तक पहुँचाने वाले कवि प्रदीप जी की आज पुण्य तिथि है

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पवन मेहरा

#ब्लॉग_सुहानी_यादें_बीते_सुनहरे_दौर_की


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