सोमवार, 28 जून 2021

दानवीर_भामाशाह_जैन (#ओसवाल)

दानवीर_भामाशाह_जैन

 (#ओसवाल२८जून१५४७)

 #४७४वीं_जयंती पर कोटि कोटि नमन🙏🙏


#वीर_भामाशाह #वीर_शिरोमणि_महाराणा_प्रताप के मित्र और प्रधान (#प्रधानमंत्री) थे..उनके पिता भारमल कावड़िया रणथंभौर के किलेदार थे..भामाशाह एक वीर योद्धा थे ..और उन्होंने अपने मित्र महाराणा प्रताप के साथ कई लड़ाइयाँ लड़ीं..उन्होंने मालवा.. मालपुरा और अन्य स्थानों जैसे मुगल क्षेत्रों में अभियानों का नेतृत्व किया.. अपनी खुद की बचत..चित्तौड़ के अतीत के छिपे हुए खजाने और मालवा की लूट से प्राप्त राशि से उन्होंने  महाराणा प्रताप को २५ लाख और २0,000 सोने के सिक्के भेंट किये.. चुलिया नामक जगह पर जिस से महाराणा प्रताप को आगे के मुगल साम्राज्य से लड़ने के संसाधन मिले...!!


जय राष्ट्रभक्त दानवीर भामाशाह जैन को कोटि कोटि नमन

                    साभार 

         Mahaveer S. Mewar

Rajputana-History & Culture

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